कोई न आया

मै गिरा तो उठाने कोई न आया।
मेरा घर बचाने कोई न आया।

शिकवे सुनाने कई शख्स आये,
पर मरहम लगाने कोई न आया।

तल्ख़ इस कदर था मिजाज सबका,
कि मेरे जनाजे कोई न आया।

सबको फिकर खुद की पड़ी थी,
शहर को बचाने कोई न आया।

चले गए वो "बेसबब" जो दिल से,
फिर दिल को सताने कोई न आया।

२७ फरवरी २००३
Chicago, IL, USA