तक़दीर तेरी ख्वाबों से दुश्मनी क्या है

ऐ तक़दीर! तेरी ख्वाबों से दुश्मनी क्या है?
क्यों ख़फा हो, तेरे जेहन में यूं ठनी क्या है?

बस चंद तारे ही तो मांगे थे मेरी हसरत ने,
ऐ खुदा! आसमां में सितारों की कमी क्या है?

ये माना कि इन हाथों पे लकीरें तूने खीचीं हैं,
मैं दिखाता हूँ तुझे इरादों की बुलंदी क्या है!

क्यों "बेसबब" ही मैं तक़दीर को बदनाम करूँ,
मुश्किलें नहीं तो फिर जुनून-ऐ-जिंदगी क्या है?

२० फरवरी २००३
Chicago, IL, USA